आज का पंचांग
भारतीय ज्योतिष शास्त्र में पंचांग का अपना महत्व है। पंचांग के अनुसार ही हम अपने धार्मिक क्रियाकलाप करते हैं। शुभ अशुभ का ज्ञान हमें प्राप्त होता है। आइये जानते हैं, आज के पंचांग के अनुसार कब है शुभ मुहूर्त और कब तक है राहुकाल और क्या है ग्रह चाल।
हिन्दू पंचांग के अनुसार आज मंगलवार है। शक संवत 1946 , विक्रमी संवत 2081, भाद्रपद, कृष्णा, अमावस्या, सौर भाद्रपद मास प्रविष्टे 19, सफ़र 28, हिजरी 1446 (मुस्लिम) तदनुसार अंगे्रजी तारीख 03 सितम्बर सन् 2024 ई। सूर्य दक्षिणायन, उत्तर गोल, शरद ऋतु। राहुकाल अपराह्न 03 बजे से 04 बजकर 30 मिनट तक।
अमावस्या तिथि प्रातः 07 बजकर 26 मिनट तक उपरांत प्रतिपदा तिथि का आरंभ। पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र अर्धरात्रोत्तर 03 बजकर 11 मिनट तक उपरांत उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का आरंभ। सिद्ध योग सायं 07 बजकर 05 मिनट तक उपरांत साध्य योग का आरंभ। नाग करण प्रातः 07 बजकर 26 मिनट तक उपरांत बव करण का आरंभ। चंद्रमा दिन रात सिंह राशि पर संचार करेगा।
आज के व्रत त्योहार - भौमवती अमावस्या, भाद्रपद अमावस्या, स्नान दानादि प्रातः 07 बजकर 26 मिनट तक।
सूर्योदय का समय - सुबह 6 बजे से।
सूर्यास्त का समय - शाम में 6 बजकर 40 मिनट तक।
आज का शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 30 मिनट से 5 बजकर 15 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 27 मिनट से 3 बजकर 17 मिनट तक रहेगा। निशिथ काल मध्यरात्रि रात में 11 बजकर 58 मिनट से से 12 बजकर 43 मिनट तक। गोधूलि बेला शाम 6 बजकर 40 मिनट से 7 बजकर 3 मिनट तक। अमृत काल सुबह 10 बजकर 45 मिनट से 12 बजकर 20 मिनट तक।
आज का अशुभ मुहूर्त
राहुकाल सुबह 3 बजे से 4 बजकर 30 मिनट तक। वहीं, दोपहर में 12 बजे से 1 बजकर 30 मिनट तक गुलिक काल रहेगा। सुबह 9 बजे से 10 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा। दुर्मुहूर्त काल सुबह 8 बजकर 32 मिनट से 9 बजकर 23 मिनट तक। इसके बाद 11 बजकर 12 मिनट से 11 बजकर 58 मिनट तक।
कोई भी शुभ समय या मुहूर्त के दौरान, राहुकाल गुलिक काल, यमगण्ड काल से बचना चाहिए क्योंकि ये समय अशुभ माना जाता है।
अपने दैनिक पंचांग को रोजाना देखें और किसी भी नए काम को शुरू करने के लिए इसका पालन करें जैसे कि वैवाहिक समारोह, सामाजिक मामलों, महत्वपूर्ण कार्यक्रमों, उद्घाटन, नए व्यापार उपक्रम आदि जैसे शुभ कार्यक्रम इसके अनुसार करें।