भारतीय ज्योतिष शास्त्र में पंचांग का अपना महत्व है। पंचांग के अनुसार ही हम अपने धार्मिक क्रियाकलाप करते हैं। शुभ अशुभ का ज्ञान हमें प्राप्त होता है। आइये जानते हैं, आज के पंचांग के अनुसार कब है शुभ मुहूर्त और कब तक है राहुकाल और क्या है ग्रह चाल।
हिन्दू पंचांग के अनुसार आज रविवार है। शक संवत 1946 , विक्रमी संवत 2081, माघ शुक्ला, चतुर्थी, रविवार, विक्रम संवत् 2081। सौर माघ मास प्रविष्टे 20, शब्बान 03, हिजरी 1446 (मुस्लिम) तदनुसार अंगे्रजी तारीख 02 फरवरी सन् 2025 ई॰। सूर्य उत्तरायण, दक्षिण गोल, शिशिर ऋतुः। राहुकाल सायं 04 बजकर 30 मिनट से 06 बजे तक।
चतुर्थी तिथि प्रातः 09 बजकर 15 मिनट तक उपरांत पंचमी तिथि का आरंभ। उत्तराभाद्रपद नक्षत्र अर्धरात्रोत्तर 12 बजकर 53 मिनट तक उपरांत रेवती नक्षत्र का आरंभ। शिव योग प्रातः 09 बजकर 15 मिनट तक उपरांत कौलव करण का आरंभ। चन्द्रमा दिन रात मीन राशि पर संचार करेगा।
आज के व्रत त्योहार : माघ शुक्ल पंचमी तिथि।
सूर्योदय का समय - सुबह में 7 बजकर 9 मिनट पर।
सूर्यास्त का समय - शाम में 6 बजकर 2 मिनट तक।
आज का शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5 बजकर 24 मिनट से 6 बजकर 16 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 24 मिनट से 3 बजकर 7 मिनट तक रहेगा। निशिथ काल मध्यरात्रि रात में 12 बजकर 8 मिनट से रात में 1 बजकर 1 मिनट तक। गोधूलि बेला शाम में 5 बजकर 59 मिनट से 6 बजकर 25 मिनट तक।
आज का अशुभ मुहूर्त
शाम में 4 बजकर 30 मिनट से 6 बजे तक राहुकाल रहेगा। इसी के साथ दोपहर में 3 बजकर 30 मिनट से 4 बजकर 30 मिनट तक गुलिक काल रहेगा। दोपहर में 12 बजे से 1 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा। अमृत काल का समय सुबह 9 बजकर 51 मिनट से 11 बजकर 31 मिनट तक। दुर्मुहूर्त काल शाम में 4 बजकर 34 मिनट से 5 बजकर 18 मिनट तक। भद्राकाल का समय सुबह में 7 बजकर 9 मिनट से 9 बजकर 14 मिनट तक। पंचक काल पूरे दिन रहने वाला है।
कोई भी शुभ समय या मुहूर्त के दौरान, राहुकाल गुलिक काल, यमगण्ड काल से बचना चाहिए क्योंकि ये समय अशुभ माना जाता है।
अपने दैनिक पंचांग को रोजाना देखें और किसी भी नए काम को शुरू करने के लिए इसका पालन करें जैसे कि वैवाहिक समारोह, सामाजिक मामलों, महत्वपूर्ण कार्यक्रमों, उद्घाटन, नए व्यापार उपक्रम आदि जैसे शुभ कार्यक्रम इसके अनुसार करें।