मुख्य चिकित्सा अधिकारी, कांगड़ा द्वारा आपातकालीन परिस्थितियों में अस्पतालों की तैयारी हेतु मानक संचालन प्रक्रियाओं पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से समीक्षा बैठक आयोजित
जिला कांगड़ा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा आज एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया। इस बैठक में जिले के सभी खंड चिकित्सा अधिकारी (बीएमओ) एवं वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी (एसएमओ) सम्मिलित हुए। बैठक का उद्देश्य आपातकालीन परिस्थितियों में स्वास्थ्य संस्थानों की तत्पर एवं समन्वित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने हेतु मानक संचालन प्रक्रियाओं (Standard Operating Procedures - SOPs) की प्रभावी कार्यान्वयन रणनीति पर विचार-विमर्श करना था।
बैठक में निम्नलिखित बिंदुओं पर विशेष रूप से चर्चा की गई:
1. सर्ज क्षमता (Surge Capacity) का आंकलन एवं सृजन:
सभी स्वास्थ्य संस्थानों को यह निर्देशित किया गया कि वे संभावित आपात स्थितियों के दृष्टिगत अपनी मौजूदा क्षमताओं का आंकलन करें तथा आवश्यकता अनुसार अतिरिक्त बिस्तरों, मानव संसाधन एवं अस्थायी चिकित्सा इकाइयों की व्यवस्था सुनिश्चित करें, जिससे संकट की स्थिति में शीघ्र प्रतिक्रिया दी जा सके।
2. इन्वेंट्री एवं लॉजिस्टिक संसाधनों की व्यापक समीक्षा:
आवश्यक औषधियों, चिकित्सकीय उपकरणों, जीवन रक्षक सामग्रियों एवं आपूर्ति श्रृंखला की वर्तमान स्थिति का पूर्ण आंकलन किया जाना आवश्यक बताया गया। इस संदर्भ में सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे रियल-टाइम इन्वेंट्री प्रबंधन सुनिश्चित करें ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में संसाधनों की उपलब्धता बाधित न हो।
3. निकासी एवं आकस्मिकता अभ्यासों की पूर्व योजना एवं क्रियान्वयन:
संभावित आपदाओं अथवा आपात परिस्थितियों के दौरान रोगियों एवं स्टाफ की सुरक्षित निकासी हेतु सभी संस्थानों को नियमित अंतराल पर मॉक ड्रिल एवं आकस्मिकता पूर्वाभ्यास आयोजित करने के निर्देश दिए गए। इससे न केवल कार्यबल की तत्परता में वृद्धि होगी, बल्कि वास्तविक आपात स्थिति में समयबद्ध एवं प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सकेगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बैठक के अंत में यह स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य विभाग का प्रमुख उद्देश्य जनमानस को निर्बाध एवं प्रभावी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। इस दिशा में सभी संस्थानों को सतत सतर्कता एवं तैयारी बनाए रखने के निर्देश प्रदान किए गए।