जाइका इंडिया ने सराहे हिमाचल में वानिकी परियोजना के कार्य
-मध्यावधि समीक्षा के लिए नौ मई तक हिमाचल दौरे पर हैं मिशन मेंबर्स
- चीफ ऑफ़ डेवलपमेंट ऑपरेशन्स विनीत सरीन स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों से कर रहे सीधा संवाद
कुल्लू । जाइका वानिकी परियोजना की मध्यावधि समीक्षा करने के लिए हिमाचल पहुंची जाइका इंडिया की टीम ने प्रदेश में हो रहे वानिकी परियोजना के कार्यों की सराहना की। यह टीम गत सोमवार को कुल्लू पहुंची। मध्यावधि समीक्षा के मिशन मेंबर एवं जाइका इंडिया के चीफ ऑफ़ डेवलपमेंट ऑपरेशन्स विनीत सरीन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हिमाचल में यह परियोजना 2018 में आई थी और इसकी अवधि 2028 तक है। हिमाचल प्रदेश में अब तक हुए कार्यों की समीक्षा करने के बाद अगले चरण के बारे बता पाएंगे। विनीत सरीन ने कहा कि यह परियोजना हिमाचल प्रदेश में 460 ग्राम वन विकास समितियों और 920 स्वयं सहायता समूहों को सहायता कर रही है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में आजीविका सुधार, महिला सशक्तिकरण और वन तंत्र प्रबंधन के क्षेत्र में सराहनीय कार्य हो रहे हैं। कुल्लू के मोहल स्थित नेचर पार्क में आयोजित जाइका मेले की सराहना करते हुए विनीत सरीन ने कहा कि स्वयं सहायता समूह बेहतरीन कार्य कर रहे हैं उनके उत्पादों को देश के बड़े शहरों में बिक्री के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं। बुधवार को जाइका इंडिया की टीम जय मां दश्मीवरदा देव वन काइस पहुंची जहां बीएमसी सब कमेटी के सदस्यों से सीधा संवाद किया।
चीफ ऑफ़ डेवलपमेंट ऑपरेशन्स विनीत सरीन ने डुगीलग में ग्राम वन विकास समितियों और स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों से संवाद किया और उनके कार्यों की तारीफ की। मिशन मेंबर्स में जाइका इंडिया की प्रोजेक्ट फार्मूलेशन एडवाइज़र युकारी इनागकी भी शामिल हैं। इस अवसर पर वन बल प्रमुख समीर रस्तोगी, परियोजना निदेशक श्रेष्ठा नंद शर्मा, निदेशक जड़ी-बूटी सैल डा. एसके काप्टा, अरण्यपाल कुल्लू संदीप शर्मा, वन मंडलाधिकारी कुल्लू एंजल चौहान, वन मंडलाधिकारी वण्यप्राणी मंडल कुल्लू राजेश शर्मा और अतिरिक्त परियोजना निदेशक हेमराज भारद्वाज भी उपस्थित रहे।