सरस्वती वाल भारती बरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ज्वालामुखी में स्कूल की प्रिंसिपल रजिया पोशवाल की अध्यक्षता में विश्व टीकाकरण दिवस मनाया गया इस दिवस पर खंड स्वास्थ्य शिक्षक सुरेश चन्देल ने स्कूल के बच्चों टीकाकरण के महत्व के बारे में विस्तार पूर्वक बताया।
चन्देल ने कहा कि टीकाकरण सप्ताह हर वर्ष अप्रैल के अंतिम सप्ताह में मनाया जाता है। और इस सप्ताह को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगो को समय पर हर बीमारी से बचने के लिए समय पर टीकाकरण करवाने के प्रति जागरूक करना, गर्भवती महिलाओ और बच्चों को समय समय पर टीकाकरण करवा कर विभिन्न बीमारियों से बचाना है।
उन्होंने बताया कि टीकाकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जिससे शरीर को किसी बीमारी के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करने के लिए टीके लगाए जाते है। जिससे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत हो जाती है और शरीर उस बीमारी से लड़ने में सक्षम हो जाता है। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य सभी उम्र के लोगो को टीके के माध्यम से विभिन्न बीमारियों से बचाना है और इसके लिए लोगो को जागरूक करना है ।
उन्होंने बताया कि बच्चों की मृत्यु दर को कम करने के लिए गर्भावस्था से ही माँ को टीकाकरण शुरू हो जाता है और बच्चे के जन्म से लेकर 16 वर्ष तक के बच्चों को बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण सारणी के अनुसार टीके लगाए जाते है। जिसमे क्षय रोग,पोलियो,पीलिया, निमोनिया, डिप्थीरिया,काली खांसी, टिटनेस,खसरा,रूबेला, जैसी बीमारियों से बच्चों को बचाया जा सके और बच्चों को टीके के माध्यम से उनके शरीर मे ताकत दी जा सके।
इस दिवस पर स्कूल के बच्चों की भाषण प्रतियोगिता व पेंटिंग प्रतियोगिता करवाई गई। भाषण प्रतियोगिता में पहले स्थान पर श्रेया , दूसरे स्थान पर युविका ,व तीसरे स्थान पर जीया रही पेंटिंग प्रतियोगिता में पहले स्थान पर दामनी , दूसरे स्थान पर तृप्ती व तीसरे स्थान पर अंकित रहे। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतियोगियों को स्वास्थ्य विभाग की तरफ से ईनाम भी दिए गए।इस दिवस पर स्कूल की प्रिंसिपल रजिया पोशवाल ने बच्चों को टीकाकरण के बारे में और लोग को भी जागरूक करने की सलाह दी ताकि विभिन्न बीमारियों से बचाया जा सके।
इस अबसर पर स्वास्थ्य पर्यवेक्षक ज्वालामुखी संजीव शर्मा ,सीएचओ बोहन भाटी तनुजा , स्कूल के अध्यापक सुरेंद्र पाल, विशाल कुमार , अनु बाला, पूजा, वशुधारा ,आशा कार्यकर्ता मीना कुमारी, पवना देवी, कुशला देवी,पुण्या देवी , स्कूल के 120 बच्चे तथा 24 स्टाफ सदस्य उपस्थित थे।