सभी आंगनवाड़ी केंद्र पोषण ट्रैकर एप्लिकेशन पर पंजीकृत; पोषण ट्रैकर ऐप पर 10.12 करोड़ से अधिक पंजीकृत लाभार्थी
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15 वें वित्त आयोग के अंतर्गत, आंगनवाड़ी सेवाएं, पोषण अभियान और किशोरियों (आकांक्षी जिलों और पूर्वोत्तर क्षेत्र में 14-18 वर्ष की आयु) के लिए योजना जैसे विभिन्न घटकों को कुपोषण की चुनौती से निपटने के लिए मिशन सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 (मिशन पोषण 2.0) के अंतर्गत शामिल किया गया है। यह एक केंद्र प्रायोजित मिशन है, जहां विभिन्न गतिविधियों के कार्यान्वयन का दायित्व राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का है। यह मिशन एक सार्वभौमिक स्व-चयनित प्रमुख योजना है जिसे कर्नाटक राज्य सहित पूरे देश में लागू किया जा रहा है।
इस मिशन के लाभार्थियों में 0-6 वर्ष की आयु के बच्चे, गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली माताएं तथा 14-18 वर्ष की किशोरियां (पूर्वोत्तर राज्य और आकांक्षी जिले) शामिल हैं। 28 फरवरी 2025 तक पोषण ट्रैकर पर कुल 10,12,46,106 लाभार्थी पंजीकृत हैं, जिनमें से 44,38,725 लाभार्थी कर्नाटक राज्य में पंजीकृत हैं, जिनमें से 99.61 प्रतिशत लाभार्थी राज्य में आधार द्वारा सत्यापित हैं।
आंगनवाड़ी केंद्रों पर पोषण वितरण सहायता प्रणालियों को मजबूत करने और उसमें पारदर्शिता लाने के लिए आईटी प्रणालियों का लाभ लिया है। 1 मार्च 2021 को एक महत्वपूर्ण शासन उपकरण के रूप में 'पोषण ट्रैकर' एप्लिकेशन की शुरुआत की गई थी।
सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्टफोन उपलब्ध कराए गए हैं। आंगनवाड़ी सेवाओं जैसे कि दैनिक उपस्थिति, ईसीसीई, पका हुआ गर्म भोजन (एचसीएम) / टेक होम राशन (टीएचआर-कच्चा राशन नहीं), विकास माप आदि के लिए लगभग वास्तविक समय डेटा संग्रह संभव बनाया गया है। पोषण ट्रैकर ऐप हिंदी और अंग्रेजी सहित 24 भाषाओं में उपलब्ध है। पोषण ट्रैकर ऐप पर विकास निगरानी के भौतिक रिकॉर्ड को ऑटो जनरेटेड मासिक रिपोर्ट में बदल दिया गया है। इन रिपोर्टों को आवश्यकतानुसार डाउनलोड किया जा सकता है।
पोषण ट्रैकर सभी आंगनवाड़ी केंद्रों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और लाभार्थियों की निर्धारित संकेतकों पर निगरानी और ट्रैकिंग की सुविधा प्रदान करता है।
28 फरवरी 2025 तक सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों को पोषण ट्रैकर एप्लीकेशन पर पंजीकृत कर लिया गया है।
यूनिसेफ ने पोषण ट्रैकर एप्लीकेशन की सरलता की सराहना करते हुए कहा है कि इसने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का काम आसान बना दिया है; तथा इसमें बच्चों और माताओं की स्वास्थ्य और पोषण संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी को सुनिश्चित किया गया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा पोषण ट्रैकर पर किए गए प्रयासों की सराहना की है और पोषण ट्रैकर को पोषण पर नियमित प्रशासनिक आंकड़ों को त्रुटिरहित ढंग से एकत्रित करने के लिए एक अनुकरणीय मंच बताया है।
महिला सशक्तिकरण 2023 पर जी-20 मंत्रिस्तरीय सम्मेलन के दौरान पोषण ट्रैकर का भी प्रदर्शन किया गया और इस पर चर्चा की गई। यह अध्यक्ष के वक्तव्य का हिस्सा था। सदस्यों ने गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं, किशोरियों और बच्चों के लिए पोषण और स्वास्थ्य सेवाओं और प्रारंभिक बचपन देखभाल सेवा वितरण की निगरानी के लिए प्रौद्योगिकी की तैनाती के महत्व को पहचाना और पोषण ट्रैकर एप्लिकेशन पर ध्यान दिया, जो एक अनूठा डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म है जो लक्षित हस्तक्षेप के लिए वास्तविक समय की निगरानी और सक्षम नीतियों के लिए डेटा को डिजिटल बनाने का प्रयास करता है।
यह जानकारी महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के उत्तर में दी।