कांगड़ा के ज्वालामुखी की वंशिका गोस्वामी द्वारा पंजाब के भटिंडा में आयोजित इंटर यूनिवर्सिटी बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने पर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बधाई दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटी ने स्वर्ण पदक जीतकर हिमाचल का नाम देशभर में रोशन किया है। वंशिका की यह सफलता अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी। बेटी वंशिका को उज्ज्वल भविष्य की हार्दिक शुभकामनाएं।
ज्वालामुखी के दरंग की रहने वाले वंशिका गोस्वामी बचपन में शरारती स्वभाव की रही हैं। इसी शरारती स्वभाव से सबकी लाडली भी हैं। वंशिका को बचपन से ही खेलों की प्रति रूचि रही है। 16 दिसंबर 2006 को शशिकांत गोस्वामी के घर में पैदा हुई वंशिका ने पांचवीं कक्षा में पढ़ते हुए जूडो-कराटे सीखने की जिद्द की।
पिता ने स्कूल में कराटे सीखने का प्रशिक्षण दिलवाया। जब नौवीं कक्षा में थी तो वंशिका ने जूडो-कराटे में ब्राउन बेल्ट हासिल कर ली। इसी बीच पिता का स्थानांतरण बड़ोह हुआ तो वह भी उनके साथ वहां चली गईं। साल 2021 में वंशिका ने बॉक्सिंग सीखने की जिद पकड़ ली। पिता ने समलोटी स्कूल में बॉक्सिंग कोच कैलाश शर्मा ने प्रशिक्षण दिलाना शुरू करवाया। वंशिका ने स्कूली खेलों में भाग लिया और पहले ही वर्ष में राज्य चैंपियन बनीं।
पिता शशिकांत गोस्वामी मौजूदा समय में विधायक संजय रत्न के पीएसओ हैं। शशिकांत गोस्वामी ने कहा कि वंशिका बचपन से ही मेहनती रही है। कुछ करने की सोच लेती है तो उस काम को पूरा करके ही दम भरती है। वह बचपन से दादा दीप राज और दादी माया गोस्वामी की लाडली रही है। वंशिका अभी ज्वालाजी कॉलेज में बीएम प्रथम वर्ष की छात्रा हैं। मात्र तीन साल में ही वंशिका ने स्कूली खेलों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभा का लोहा मनवाया है।