भारतीय ज्योतिष शास्त्र में पंचांग का अपना महत्व है। पंचांग के अनुसार ही हम अपने धार्मिक क्रियाकलाप करते हैं। शुभ अशुभ का ज्ञान हमें प्राप्त होता है। आइये जानते हैं, आज के पंचांग के अनुसार कब है शुभ मुहूर्त और कब तक है राहुकाल और क्या है ग्रह चाल।
हिन्दू पंचांग के अनुसार आज रविवार है। शक संवत 1946 , विक्रमी संवत 2081, भाद्रपद, कृष्ण, चतुर्दशी, सौर भाद्रपद मास प्रविष्टे 17, सफ़र 26, हिजरी 1446 (मुस्लिम) तदनुसार अंग्रेजी तारीख 01 सितम्बर सन् 2024 ई। सूर्य दक्षिणायन, उत्तर गोल, शरद ऋतु। राहुकाल सायं 04 बजकर 30 मिनट से 06 बजे तक।
चतुर्दशी तिथि अगले दिन तड़के 05 बजकर 22 मिनट तक उपरांत अमावस्या तिथि का आरंभ। आश्लेषा नक्षत्र रात्रि 09 बजकर 49 मिनट तक उपरांत मघा नक्षत्र का आरंभ। परिधि योग सायं 05 बजकर 50 मिनट तक उपरांत शिव योग का आरंभ। विष्टि करण सायं 04 बजकर 32 मिनट तक उपरांत चतुष्पद करण का आरंभ। चन्द्रमा रात्रि 09 बजकर 49 मिनट तक कर्क उपरांत सिंह राशि पर संचार करेगा।
आज के व्रत त्योहार मास शिवरात्रि व्रत, अघोर चतुर्दशी, गण्डमूल विचार।
सूर्योदय का समय - सुबह 5 बजकर 59 मिनट पर।
सूर्यास्त का समय - शाम में 6 बजकर 42 मिनट तक।
आज का शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 29 मिनट से 5 बजकर 14 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 28 मिनट से 3 बजकर 19 मिनट तक रहेगा। निशिथ काल मध्यरात्रि रात में 11 बजकर 58 मिनट से से 12 बजकर 44 मिनट तक। गोधूलि बेला शाम 6 बजकर 42 मिनट से 7 बजकर 5 मिनट तक। अमृत काल सुबह 9 बजकर 10 मिनट से 10 बजकर 45 मिनट तक।
आज का अशुभ मुहूर्त
राहुकाल शाम में 4 बजकर 30 मिनट से 6 बजे तक। वहीं, दोपहर में 3 बजकर 30 मिनट से 4 बजकर 30 मिनट तक गुलिक काल रहेगा। दोपहर में 12 बजे से 1 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा। दुर्मुहूर्त काल सुबह 5 बजकर 1 मिनट से 5 बजकर 51 मिनट तक। भद्राकाल का समय सुबह 5 बजकर 59 मिनट से 4 बजकर 28 मिनट तक।
कोई भी शुभ समय या मुहूर्त के दौरान, राहुकाल गुलिक काल, यमगण्ड काल से बचना चाहिए क्योंकि ये समय अशुभ माना जाता है।
अपने दैनिक पंचांग को रोजाना देखें और किसी भी नए काम को शुरू करने के लिए इसका पालन करें जैसे कि वैवाहिक समारोह, सामाजिक मामलों, महत्वपूर्ण कार्यक्रमों, उद्घाटन, नए व्यापार उपक्रम आदि जैसे शुभ कार्यक्रम इसके अनुसार करें।