देश में चंद बड़ी कंपनियों का मुनाफा बढ़ रहा नौकरियां घट रही : विज
कहा,चिंता का विषय
पठानकोट । पंजाब प्रदेश कॉंग्रेस के कोषाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक अमित विज ने निफ्टी की 500 कंपनियों पर आई रिपोर्ट पर कहा कि कंपनियों का मुनाफा 2023 की तुलना में 2024 में 30% बढ़कर 10.88 लाख करोड़ रुपये से 14.11 लाख करोड़ रुपये हो गया, लेकिन इन कंपनियों में रोज़गार में कमी क्यों हो रही है ये आपने आप में एक बड़ा सवाल है व चिंता का विषय है।
यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को ऐसी नीतियाँ लागू करनी चाहिए जो मुनाफ़े के साथ-साथ रोज़गार सृजन भी करे,जिससे देश की बेरोजगारी की समस्या का हल हो सके ।
उन्होंने कहा
जब सरकार बड़ी कंपनियों को बड़े पैमाने पर लाभ व सहूलियतें दे रही है,तो वे छोटी कंपनियों से रोजगार देने की उपेक्षा कैसे कर सकती,जब उन्हें न्यूनतम समर्थन भी न के बराबर मिलता है । उन्होंने कहा ये अवास्तविक है कि छोटे व्यवसाय, जो पिछले दशक से संघर्ष कर रहे हैं, रोज़गार भी उत्पन्न करें।
विज ने कहा ये
मोदी सरकार को सुनिश्चित करने के लिए सुधारात्मक कार्रवाई करनी चाहिए ताकि कंपनियों द्वारा एआई के उपयोग से मुनाफ़ा तो बढ़े पर नौकरियों का नुकसान न हो । उन्होंने कहा धन का समान वितरण होना चाहिए व गरीब लोगों को उचित अधिकार मिलने चाहिए।
उन्होंने कहा
सरकार को सुझाव देते कहा कि उन छोटी कंपनियों का समर्थन व कर लाभ देने पर तुरंत विचार करना चाहिए जो अपने मुनाफे के अनुपात में रोजगार उत्पन्न करती हैं और बंद होने के कगार पर खड़ी है । उन्होंने कहा मोदी सरकार इस बात की जबावदेय है कि एनएसई में सूचीबद्ध लगभग 2,000 कंपनियों में से केवल 50 से 60 कंपनियाँ ही अधिकतम लाभ कमा रही हैं। इसके अलावा, 2022 के अनुसार कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय में पंजीकृत 22 लाख छोटे व्यवसायों में से केवल 14 लाख ही सक्रिय रूप से व्यवसाय कर रहे हैं। शेष 8 लाख कंपनियों का क्या हुआ, और इन छोटे व्यवसायों की संपत्ति किसने हड़पी?
उन्होंने देश की जनता से भी अपील की कि वे इन मुद्दों को समझे और अपनी आवाज़ को सरकार के कानों तक पहुंचाए।
उन्होंने कहा यदि केंद्र की भाजपा सरकार ने इस पर प्रभावित ढंग़ से हल न किया तो देश की जनता हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड में होने वाले आगामी विधान सभा चुनावों में एक बार फिर से सबक सिखाएगी।